5 : धरती को महकाएँ
1. फूल कहाँ खिलते है ?
उत्तर : फूल बगिया में खिलते हैं ।
2. कौन खुश-खुश रहते हैं?
(अ) फूल
(ब) पौधे
(क) पेड़
(ड) तितलियाँ
उत्तर : (अ)
3. यदि सूरज नहीं निकला तो क्या होगा ?
उत्तर : यदि सूरज नहीं निकला तो दिन नहीं होगा । सारे संसार में अंधेरा ही फैला रहेगा । सूरज नहीं होगा तो वनस्पतियाँ नहीं होगी । बादल नहीं बनेंगे और बरसात थी नहीं होगी ।
4. फूलों से हमें क्या सीख मिलती है ?
उत्तर : फूलो से हमें सीख मिलती है कि प्रत्येक स्थिति में हमें खुश रहना चाहिए तथा हँसते हुए कठिन परिस्थितियों को सहन करना चाहिए ।
5. कौन फूलों को हँसने से रोक नहीं पाते ?
उत्तर : आँधी और पानी फूलों को हँसने से रोक नहीं पाते ।
6. आपके आसपास में कौन-कौन से फूल दिखाई देते हैं ?
उत्तर : अपनी परिस्थिति के अनुसार उत्तर लिखे ।
7. सूरज की किरणें रोज कहाँ पर आती हैं ?
(अ) धरा पर
(ब) जंगल पर
(क) छत पर
(ड) दरवाजे पर
उत्तर : (अ)
8.सूरज की किरणें क्या करती है ?
उत्तर : सूरज की किरणें रोज धरती पर आकर अंधकार को दूर करती है और सारे संसार को प्रकाशित करती है ।
9. दीपक जग को कैसे रोशन करता है ?
उत्तर : सूरज की किरणें रोज धरती पर आकार अंधकार को दूर करती है और सारे संसार को प्रकाशित करती है ।
10. दीपक सिर्फ खुद को प्रकाशित करता है । ( सही या गलत )
उत्तर : गलत
11. दीपक अपना अंतर जलाता है, क्योंकि……….
(अ) उसे घर को रोशन करना है ।
(ब) उसे खुद को रोशन करना है ।
(क) उसे जग को रोशन करना है ।
(ड) उसे लोगों को रोशन करना है ।
उत्तर : (क)
12. मुहावरों का अर्थ देकर वाक्य-प्रयोग कीजिए :
(1) रोशन करना उत्तर : प्रकाशित करना ।
उत्तर : सुनीता विलियम्स ने भारत का नाम रोशन कर दिया ।
(2) इंसान बनना उत्तर : अच्छा आदमी बनना ।
उत्तर : प्रत्येक नागरिक को इंसान बनना चाहिए ।
(3) नाम कमाना उत्तर : यश पाना
उत्तर : रानी लक्ष्मीबाई ने दुनिया में नाम कमाया ।
13. सूरज और दीपक से हमें क्या सीख मिलती है ?
उत्तर : सूरज से हमें अज्ञानता रूपी अंधेरे को दूर कर ज्ञानरूपी उजाला फैलाने की सीख मिलती है । दीपक से सीख मिलती है कि स्वयं जलकर जग को रोशन करें । अर्थात् हमें ऐसे काम करने चाहिए कि जीससे दुनिया को सुखी और सुंदर बनाए ।
14. आओ हम…………..बने ।(इंसा, धनवान)
उत्तर : इंसा
15. हम धरती पर अच्छे काम करेंगे । ( सही या गलत )
उत्तर : सही
-
हम क्या करके धरती को महकाएँगे ?
उत्तर : हमें सदा दूसरो की खुशी के लिए काम करने चाहिए । हम एसे अच्छे –अच्छे काम करके सदा इस धरती को महकाएँगे ।17. प्रकृति के तत्व कौन-कौन से हैं ?
उत्तर : पृथ्वी, अग्नि, जल, वायु और आकाश ये सभी प्रक्रृति के तत्त्व है ।18. प्रकृति से हमें क्या क्या मिलता है ?
उत्तर : अलग-अलग प्रकार के पेड़-पौधे, फल-फूल हमें प्रकृति से मिलते हैं । प्रकृति से हमें हवा, पानी और प्रकाश मिलता है ।19. धरती को स्वच्छ और सुन्दर बनाने के लिए आप क्या करेंगे ? (नमूनारूप उत्तर )
उत्तर : धरती को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए अधिक पेड़ लगाएँगे और उन्हें काटेंगे भी नहीं । कूड़े-कचरे को कूड़ेदान में ही डालेंगे ।20. हम जग में अपना नाम कैसे कमा सकते है ?
उत्तर : हमें लोगों की सेवा करनी चाहिए । हम सदा अच्छे और सच्चे काम करके जग में नाम कमा सकते है ।21. प्रवृत्ति : अपने मित्रो के साथ चर्चा कीजिए :
(1) यदि बगीचें में पेड़ चलते होते तो………(2) यदि दीपक बोलता तो………..
22. काव्य पंक्तियों का भवार्थ लिखिए :
(1) दीपक को देखो कैसे यह,
हरदम जलता रहता है ।
अपना अंतर जला-जलाकर
रोशन जग को करता है ।उत्तर : कवि कहते हैं कि दीपक को देखो, वह हरदम कैसे जलता रहता है । सदा वह अपना हृदय जलाकर भी दुनिया को उजाला देता है ।
(2) आओ हम भी इंसा बनकर,
जग में अपना नाम कमाएँ ।
अच्छे-सच्चे काम करें और
सारी धरती को महकाएँ ।उत्तर : कवि कहते हैं कि आओ, हम भी इंसान बनकर और अच्छे – सच्चे काम करके जग में अपना नाम रोशन करें । साथ ही अच्छे कर्मो से इस धरती को सुंदर और सुगंधित बनाए ।
- उचित जोड़ मिलाइए:
अ | ब |
1. फूल | 1. बहना |
2. नदी | 2. अँधेरा हरना |
3. सूरज | 3. खुशबू देना |
4. दीपक | 4. अच्छे कर्म करना |
5. चाँद | 5. दिन में प्रकाश देना |
6. इन्सान | 6. रात को प्रकाश देना |
उत्तर |
1. – 3 |
2. – 1 |
3. – 5 |
4. – 2 |
5. – 6 |
6. – 4 |
- विरोधी शब्द लिखिए :
(1) सूरज ………………..
उत्तर : चाँद
(2) अच्छा ………………..
उत्तर : बुरा
(3) जमीन ………………..
उत्तर : आसमान
(4) सच्चा ………………..
उत्तर : झूठा
(5) अंधकार ………………..
उत्तर : उजाला
(6) दिन ………………..
उत्तर : रात
- समानार्थी शब्द लिखिए :
(1) बगिया : …………………..
उत्तर : उपवन, बगीचा
(2) सूरज : ……………………
उत्तर : रवि
(3) इंसा : …………………….
उत्तर : मनुष्य
(4) फूल : ……………………
उत्तर : पुष्प
(5) धरा : ……………………
उत्तर : धरती
(6) पानी : …………………..
उत्तर : नीर
(7) दीपक : …………………
उत्तर : दीया
5 : धरती को महकाएँ
26. निम्नलिखित शब्दों के वचन परिवर्तन कीजिए :
(1) फूल : ………………
(2) किरण : ……………
(3) किताब : ……………
(4) आँख : …………….
(5) दीया : …………….
(6) पौधा : …………….
(7) पंखा : ……………
(8) इन्सान : …………
(9) पेन्सिल : ………..
27. नीचे दिए गए शब्दों में से उचित सर्वनाम चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :
(आप, कोई, नई, गति, क्या, पानी, अपना, कुछ)
(1) तुम्हारा नाम…………..है ।
(2) देखो तो………….इधर ही आ रहा है ।
(3) खाने के लिए…………तो दे दो । बहुत भूख लगी है ।
(4) मैंने……………काम पूरा कर दिया ।
(5) ……………कहाँ जा रहे हैं ।
28. काव्य पंक्तियाँ पूर्ण कीजिए:
(1) बगिया के…………………..सहते हैं ।
कैसे खुश-खुश रहते हैं ।
आँधी हो, पानी हो चाहे,
सबको हँस-हँस सहते हैं ।
(2) दीपक को………………जग को करता है ।
उत्तर : दीपक को देखो कैसे यह,
हरदम जलता रहता है ।
अपना अंतर जला-जलाकर
रोशन जग को करता है ।
(3) आओ हम……………..को महकाएँ ।
उत्तर : आओ हम भी इंसा बनकर,
जग में अपना नाम कमाएँ ।
अच्छे-सच्चे काम करें और
सारी धरती को महकाएँ ।
29. ‘वर्षाऋतु’ के बारे में अपनी नोटबुक में निबंध लिखिए ।
वर्षाऋतु
हमारा भारतवर्ष अनेक ऋतुओं का देश है । यहाँ पर प्रत्येक ऋतु अपनी प्राकृतिक शोभा के साथ आती है और अपने सौन्दर्य की छटा को चारों और फैला देती है । लेकिन सभी ऋतुओं की अपनी विशेषताएँ और महत्व है, किन्तु अपने मनोरम दृश्य तथा विविध उपयोगिता के कारण वर्षाऋतु का अपना विशेष महत्व है ।
वर्षा को ऋतुओं की रानी कहा जाता है । ये प्रचंड गर्मी भोगने के बाद आती है । भारत में वर्षाऋतु जून-जुलाई महीने में शुरु होती है और सितंबर के आखिर तक रहती है ।
वर्षाऋतु के कारण चारों और हरियाली छा आती है । सुहाना वातावरण रहता है । सभी पेड़-पौधे नयी हरी पत्तियों से भर जाते हैं तथा उद्यान व मैदान सुंदर दिखाई देने वाले हरे मखमल की घासों से ढ़क जाते है । नदियाँ, तालाब, गड्ठें आदि पानी से भर जाते है । कुदरत ने नया श्रृगांर किया हो एसा लगता है । यह ऋतु किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है ।
वर्षाऋतु के ढेर सारे फायदे और नुकशान है । एक तरफ ये लोगों को गरमी से राहत हेती है तो दूसरी तरफ इसमें कई सारी संक्रमित बीमारियाँ फैलती है । चारों और कीचड़ हो जाती है । मच्छर-मक्खियाँ जो जाते है । गंदगी के कारण डायरिया, मलेरिया, जैसे रोग फैलते है ।
वर्षा से फसलों के लिए पानी मिलता है तथा सूखे हुए कुएँ, तालाबों तथा नदियों को फिर से भरने का कार्य वर्षा के द्वारा ही किया जाता है । कहा जाता है कि जल ही जीवन है इसीलिए हमें वर्षा के जल को संचित करके रखना चाहिए ।